एसईआई, राष्ट्रीय जल संसाधन कार्यालय (ओएनडब्ल्यूआर), राजमंगला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इसान (आरएमयूटीआई), लाओ प्रतिभागियों के सहयोग से, पायलट स्थलों पर स्मार्ट मौसम स्टेशन स्थापित किए गए और 2024 में एक प्रेरण बैठक आयोजित की गई। नाखोन रत्चासिमा प्रांत, थाईलैंड, 15 से 16 मई तक।
कोराट जलवायु-स्मार्ट प्रौद्योगिकियों के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है, जो जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) के चौंकाने वाले अनुमानों से प्रेरित है, जो दर्शाते हैं कि यह क्षेत्र सूखे के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। सर्वेक्षणों, किसान समूहों की आवश्यकताओं पर चर्चा और वर्तमान जलवायु जोखिमों व सिंचाई चुनौतियों के आकलन के बाद, कमजोरियों को समझने के लिए नाखोन रत्चासिमा प्रांत में दो पायलट स्थलों का चयन किया गया। पायलट स्थल के चयन में राष्ट्रीय जल संसाधन कार्यालय (ONWR), राजमंगला प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय इसान (RMUTI) और स्टॉकहोम पर्यावरण संस्थान (SEI) के विशेषज्ञों के बीच विचार-विमर्श शामिल था, और इसके परिणामस्वरूप जलवायु-स्मार्ट प्रौद्योगिकियों की पहचान हुई जो इस क्षेत्र के किसानों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आदर्श रूप से उपयुक्त हैं।
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य पायलट प्लाटों में स्मार्ट मौसम स्टेशन स्थापित करना, किसानों को उनके उपयोग के लिए प्रशिक्षित करना तथा निजी भागीदारों के साथ बातचीत को सुविधाजनक बनाना था।
पोस्ट करने का समय: 30 अक्टूबर 2024