एर्नाकुलम जिले में गुरुवार (18 जुलाई) को रुक-रुक कर भारी बारिश जारी रही, लेकिन अभी तक किसी भी तालुका से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि पेरियार नदी पर स्थित मंगलप्पुझा, मार्तंडवर्मा और कलाधी निगरानी केंद्रों पर गुरुवार को जल स्तर बाढ़ की चेतावनी के स्तर से नीचे था।
अलर्ट में कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि गुरुवार से सोमवार तक केरल और लक्षद्वीप के तटों पर 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ चलेंगी, जो कभी-कभी 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं। मछुआरों को चेतावनी दी गई है कि वे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में न जाएँ। शुक्रवार (19 जुलाई) को एर्नाकुलम ज़िले के साथ-साथ इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और वायनाड ज़िलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बुधवार को कडुंगल्लूर गाँव में शिविर बंद होने के बाद से अभी तक कोई राहत शिविर नहीं खुला है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार (17 जुलाई) तक भारी बारिश के कारण क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में 70 से ज़्यादा घर क्षतिग्रस्त हो चुके थे।
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पोस्ट करने का समय: जुलाई-19-2024